- स्वास्थ्य का आध्यात्मिक सुरक्षा कवच है योग: ओम प्रकाश
- योगाभ्यास के आहार का सन्तुलन स्वास्थ्य को बनाता है सर्वोत्तम: हरीमूर्ति
जौनपुर। योग हमारी प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। जिसके क्रियात्मक और सैद्धांतिक अभ्यासों को अपनी जीवन शैली का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाकर एक व्यक्ति का मन, चित्त और चेतना सदैव शांति को प्राप्त हो सकता है। यह बातें पतंजलि योग समिति और आयुष विभाग द्वारा लोहिया पार्क में आयोजित योग प्रशिक्षण शिविर में महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने कही।
इसी क्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि योग हमारी आध्यात्मिक सुरक्षा कवच है जिसके नियमित और निरन्तर अभ्यासों से एक व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को सदैव सर्वोत्तम बना सकता है। पतंजलि योग समिति उत्तर प्रदेश के सह राज्य प्रभारी अचल हरीमूर्ति और आयुष विभाग के प्रशिक्षक अरविन्द कुमार द्वारा योग के क्रियात्मक और सैद्धांतिक पक्षों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। श्री हरीमूर्ति ने रोगानुसार एडवांस योगाभ्यास को कराते हुए सर्वाइकल, स्पोंडलाइटिस,कमर, रीढ़ की हड्डी और आर्थराइटिस से संबंधित आसन और व्यायामों का अभ्यास कराते हुए ध्यान और प्राणायामों का अभ्यास कराया।
साथ ही भस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम प्राणायामों का अभ्यास प्रत्येक व्यक्ति को अपने श्वसनतंत्र, पाचनतंत्र और नर्वस सिस्टम को सुव्यवस्थित रखने के लिए अति आवश्यक होता है, इसलिये कम से आधे घण्टे का अभ्यास इन प्राणायामों का अभ्यास अवश्य करना चाहिये। अनिद्रा, बेचैनी बीपी, कोलेस्ट्रॉल जैसी अनगिनत समस्याओं के समाधान में भ्रामरी और उद्गगीथ प्राणायामों के साथ सूर्य नमस्कार, मंडूकासन, भुजंगासन, शलभासन, धनुरासन के साथ योगनिद्रा का अभ्यास हर व्यक्ति को सुव्यवस्थित ढंग से निरन्तर करना चाहिये।
इस अवसर पर क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ कमल, राम मोहन सिंह, साधना मौर्य, एसके यादव, धर्मेन्द्र कुमार, दीपक श्रीवास्तव, सीमा सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
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