सिद्दीकपुर, जौनपुर। सहकारी पीजी कालेज मिहरावां जौनपुर में प्राचार्य मेजर डा. सत्येन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें विश्वविद्यालय में भ्रामक समाचार कुछ स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाया जा रहा है, का मुख्य मुद्दा रखा गया।
उसमें मूल्यांकन को लेकर कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक की भूमिका पर प्रश्नचिन्ह लगाया जा रहा है जबकि परीक्षा की शुचिता एवं पवित्रता पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य किसी भी तरह के समझौते का प्रश्न ही नहीं है। जब से उन्होंने कुलपति के रूप में पदभार ग्रहण किया है, विविव की गरिमा पर किसी भी प्रकार की आंच नहीं आने दिया है।
कुछ स्वार्थी तत्व जो हमेशा अपने लाभ के लिए विवि के इर्द-गिर्द चक्कर लगाते रहते हैं, स्वार्थ सिद्धि न होने से मिथ्या आरोप लगा रहे हैं। विवि में मूल्यांकन कार्य हेतु जिन भी प्राध्यापकों की ड्यूटी लगाई गई है, उनका कार्य कभी भी संदेहास्पद नहीं रहा है। परीक्षाफल में कुछ तकनीकी त्रुटि विगत वर्षों में होती रही हैं जिसे विवि समय-समय पर ठीक करता रहा है।
कुछ स्वार्थी लोगों द्वारा विवि की गरिमा को परीक्षाफल के माध्यम से दूषित करने के प्रयास की घोर भर्त्सना तथा विवि की कुलपति, कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक सहित समस्त सहायक कुलसचिवों द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की गई। बैठक में डा. राज बहादुर यादव, डा. अरविंद सिंह, डा. नितेश यादव, डा. विकास सिंह, डा. शिव प्रताप सिंह, डा. तारकेश्वर सिंह, डा. रविकांत सिंह, डा. योगेंद्र प्रताप सिंह, डा. श्याम नारायण सिंह, डा. बृजेश श्रीवास्तव, सूरज गुप्ता, नीरज सिंह आदि उपस्थित रहे।
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