- शहीद उद्यान पार्क सेनापुर के माली का जीवन बद से बदतर
बजरंगनगर, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के सेनापुर गांव में बने शहीद उद्यान पार्क में माली के पद पर कार्यरत शिवकुमार विश्वकर्मा का पिछले 7 महीनों से मानदेय भुगतान न होने से उनका जीवन बद से बदतर हो गया है। लम्बित पड़े मानदेय भुगतान के लिए जिलाधिकारी मनीष वर्मा से मिलकर शिकायत पत्र सौप सम्बन्धित अधिकारियों को आदेशित कर भुगतान करवाने की मांग किया जबकि दो महीने पहले लम्बित पड़े भुगतान की खबर मीडिया की सुर्खियां बनी रही। बावजूद इसके भी अधिकारियों व कर्मचारियों की नींद नहीं खुली जो बेहद शर्मनाक है।
बता दें कि इसके पहले जिलाधिकारी रहे दिनेश सिंह द्वारा जिले भर के 45 गांवोंमें अटल मनरेगा पार्क बनवाये गये जिसकी देख-रेख के लिए बाकायदा प्रशिक्षण दिलाकर मनरेगा के तहत माली की नियुक्ति 3 साल के लिए की गयी। फलस्वरूप आदेशित किया गया कि 3 साल का प्राकलन मनरेगा के तहत तकनीकी सहायक (जेई) द्वारा तैयार कराकर माली के भुगतान का प्रति महीना रोजगार सेवक व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा मास्टर रोल निकलवाना व हाजिरी लगाकर फिड करवाना जिम्मेदारी होगी। बावजूद इसके दो महीने का भुगतान तो किया गया परंतु पिछले 7 महीनों का भुगतान लंबित है। अब 7 महीनों का न मास्टर रोल का पता है और न ही प्राकलन का पता है।
अब 7 महीनों से रोजगार सेवक द्वारा मास्टर रोल फिड करवाया गया है कि नहीं। अगर नहीं तो क्यों? आखिर यह सवाल पूछे तो किससे? इतनी बड़ी लापरवाही का जिम्मेदार आखिर किसे कहा जाय? जबकि गांव से लेकर ब्लाक तक लम्बित पड़े भुगतान को लेकर आये दिन चर्चा का विषय बना रहता है। माली शिवकुमार का एक मात्र सहारा यही है जिसके सहारे अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। बहरहाल लम्बित पड़े मानदेय भुगतान कैसे और कब होगाख् यह तो जिम्मेदार ही तय करेंगे।
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