रामनरेश प्रजापति
सुईथाकला, जौनपुर। विकासखंड क्षेत्र के समोधपुर गांव में कंपोजिट विद्यालय बसौली में सेवारत शिक्षक एवं उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लॉक कोषाध्यक्ष इंद्रसेन तिवारी (गुड्डू) के निजी निवास पर चल रहे सप्त दिवसीय संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम और सातवें दिन कथावाचक पंडित वेद प्रकाश पांडेय ने सुदामा चरित्र का सजीव और मार्मिक प्रसंग सुना कर श्रोताओं को आत्म विभोर कर दिया।
कथावाचक ने सुदामा चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान की दृष्टि में सभी मनुष्य समान होते हैं किंतु निष्कपट हृदय के व्यक्ति अति प्रिय होते हैं। ईश्वर हमेशा भाव के भूखे होते हैं।वह समस्त भेदभाव से परे होते हैं। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण और सुदामा की मित्रता को संसार की आदर्श मित्रता बताया। कहा कि समस्त ऐश्वर्य के स्वामी होने के बाद भी सुदामा को भगवान श्री कृष्ण परम मित्र ही समझते हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की मित्रता समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय है। ईश्वर के प्रति हमेशा निश्चल भाव रखना चाहिए। भगवान केवल प्रेम के भूखे होते हैं। रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे। मुख्य आयोजक इंद्रसेन तिवारी ने पधारे हुए भगवत प्रेमियों और क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों के प्रति धन्यवाद प्रकट करते हुए आभार जताया।
इस अवसर पर पंडित सूबेदार उपाध्याय, खंड शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार वैश्य, संजय सिंह समाजसेवी समोधपुर, रामनारायण पांडेय सेवानिवृत प्रधानाध्यापक, धर्मेंद्र सिंह पिंटू अधिवक्ता उच्च न्यायालय, अरविंद यादव शिक्षक, गिरीश सिंह, संजय सिंह एआरपी विनोद पांडेय, रामपति मौर्य, राजेश सिंह, अच्छे लाल बिंद, रामकुमार यादव, राममिलन प्रजापति, राय साहब सिंह, विष्णु प्रसाद तिवारी आदि उपस्थित रहे।
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