जौनपुर: नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशा छोड़ने का दिया गया संदेश

🔹करंजाकला के हरिजन बस्ती में लोगों को किया गया जागरूक

🔹ऑनलाइन क्विज़ प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

रामनरेश प्रजापति 
जौनपुर। मिशन ड्रग फ्री कैंपस एंड सोसाइटी अभियान के तहत  सातवें दिन वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर के नशा मुक्ति व पुनर्वास केंद्र और व्यावहारिक मनोविज्ञान द्वारा उमानाथ सिंह स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, जौनपुर के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन क्विज़ प्रतियोगिता का रविवार को आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं  महाविद्यालयों से 208 प्रतिभागियों क्विज़ प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया । रविवार को दूसरे कार्यक्रम के रूप में नशामुक्त परिसर एवं समाज के सदस्यों द्वारा करंजाकला गांव स्थित हरिजन बस्ती में जन जागरूकता अभियान से जोड़ते हुए कर्नाटक के माध्यम से समझाया गया।

  नुक्कड़ नाटक का शीर्षक था 'नशा मुक्त समाज में हमारी जिम्मेदारी' । अभियान के समन्वयक डॉ मनोज कुमार पाण्डेय एवं विद्यार्थियों से बात करने के दौरान उनका कहना था कि यहां से शराब का ठेका हट जाए, तो हमारा गांव और हमारे छोटे बच्चों का भविष्य बच सकता है। उपरोक्त विषय पर लोगों को जागरूक करते हुए डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय ने नशे के हानिकारक प्रभाव को बताते हुए इससे दूर रहने की सलाह दी।
आज के कार्यक्रम में सहयोगी के रूप में जनपद के बच्चों के डॉ.नवनीत सोनकर ने गांव में नशे से प्रभावित बच्चों को नशे से दूर रहने एवं बचाव के बारें में विस्तार से अवगत कराया। कार्यक्रम में व्यावहारिक मनोविज्ञान की छात्र दिव्या, पवन, सोनाली, अनिकेत, सत्य प्रकाश,  अंजलि, भूमिका, कीर्ति, ईशिता, प्रतिभा, शिवांश, संजीव, रश्मि, प्रिया आदि द्वारा नाटक का मंचन किया गया ।

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