डा. महिमा का नीट एमडीएस में चयन
अनुसूचित वर्ग में प्रथम व सामान्य वर्ग में 177 वीं रैंक हासिल करके पेश की सफलता की मिसाल
सुइथाकला, जौनपुर। विकासखंड क्षेत्र के रुधौली गांव निवासी अमेठी में एडीसीओ के पद पर कार्यरत संतलाल की पुत्री डा. महिमा का नीट एमडीएस 2025 में चयन होने से क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। इन्होंने नीट एमडीएस 2025 परीक्षा परिणाम में उत्तर प्रदेश में अनुसूचित वर्ग में प्रथम स्थान और सामान्य वर्ग में 177वीं रैंक हासिल की है। इनका चयन किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में एमडीएस में प्रवेश के लिए हुआ है। इसके पूर्व बीडीएस की पढ़ाई करके वह लाला लाजपत राय राजकीय चिकित्सालय कानपुर में जूनियर रेजीडेंट के पद पर जुलाई से कार्यरत हैं। डा. महिमा ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने बताया कि लक्ष्य निर्धारित करके नियमित अध्ययन एवं अभ्यास से सफलता अवश्य मिलेगी। बताया कि सफलता के लिए लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण, कठिन परिश्रम एवं त्याग जरूरी है। वह प्रतिदिन 10 घंटे अध्ययन करती थीं। उन्होंने बताया कि फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी तीनों विषयों पर समान समय देती थीं।
हाईस्कूल आईसीएसई बोर्ड बिजनौर तथा इंटरमीडिएट इंग्राहम इंग्लिश इंस्टिट्यूट ऑफ़ गाजियाबाद व बीडीएस की पढ़ाई केजीएमयू लखनऊ से किया। माता सुनीता राव ने बताया कि स्नातक होने के बावजूद उन्होंने नौकरी के लिए प्रयास नहीं किया बल्कि बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम किया। उन्होंने बच्चों के लिए शिक्षा का एक सकारात्मक माहौल दिया। उनका सपना था कि उनकी बेटी डॉक्टर बने। इनकी देखरेख में अध्ययन करके महिमा ने यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने बताया कि इस सफलता पर वह बहुत खुश हैं। पिता ने बताया कि उनकी सोच थी कि नारी सशक्तिकरण की दिशा में बेटियां रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त करके स्वावलंबी बनें जिसे उनकी बिटिया ने करके दिखाया है। लड़कियों को शिक्षा की बदौलत आर्थिक मजबूती मिले जिससे वह गृहस्थी को और भी बेहतर ढंग से चला सकेंगी। समाज और परिवार में सम्मान प्राप्त कर सकेंगी। इस सफलता पर बधाई देने के लिए अधिकारियों -कर्मचारियों, शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों और क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों का तांता लगा है।
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