जौनपुर: शोध समाजपयोगी होना चाहिये: कुलसचिव

  • नये विचार व मुद्दे के लिये प्रोत्साहित करती है शोधः प्रो. रश्मि
  • दो सप्ताह तक चले कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का हुआ समापन
जौनपुर शोध समाजपयोगी होना चाहिये कुलसचिव

सरायख्वाजा, जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर के संकाय भवन में चल रहे कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के तहत शनिवार को समापन किया गया। यह कार्यक्रम दो सप्ताह तक चला। इस मौके पर बतौर मुख्य वक्ता इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रो. रश्मि कुमार ने कहा कि इंटर डिसीप्लिनरी रिसर्च इन सोशल साइंस विभिन्न सामाजिक विज्ञान विषयों को अध्ययन करता है। 

यह छात्रों को उनके सामने आने वाले प्रत्येक नए विचार या मुद्दे पर कई दृष्टिकोणों से विचार करने के लिए गंभीर रूप से प्रतिबिंबित करने के लिए प्रोत्साहित करती है। यह अनुसंधान में विभिन्न विज्ञान क्षेत्रों को सम्मिलित करके समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करता है। कार्यक्रम समन्वयक प्रो. अजय प्रताप सिंह ने कार्यक्रम की रूप—रेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि बहुत ही मनोयोग से प्रतिभागियों ने दो सप्ताह का समय बिताया। मैं आशा करता हूं कि यहां से उन्हें बहुत सी जानकारियां प्राप्त हुई होगी। कार्यक्रम के सह समन्वयक डॉ. मनोज पांडेय ने कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनु त्यागी ने किया। 

इस अवसर पर प्रो. अविनाश पाथर्डीकर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह,  डॉ. साधना मौर्या, डॉ. आकांक्षा श्रीवास्तव, डॉ. अंकिता श्रीवास्तव, डॉ. निशा पांडेय, श्रुति श्रीवास्तव, कश्मा सिंह, रेनु मल चौहान, डॉ. दया सिंधु, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. कपिलदेव, अनुपम, दीपक यादव, एजाज अहमद, डॉ. वीरेंद्र साहू, डॉ. दीपक दास, बब्बन कुमार, एसी सिंह, चंद्रभुज कश्यप, यदुभान कुमार सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।

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