जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नव स्थापित नशा मुक्त एवं पुनर्वास केंद्र द्वारा जन जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत रविवार को समापन दिवस पर 'नशा/व्यसन का महिलाओं के स्वास्थ्य पर प्रभाव एवं रोकथाम में योग की भूमिका' विषय पर प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि व वक्ता के रूप में उमानाथ सिंह स्वशासी चिकित्सा महाविद्यालय की स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता पाण्डेय ने कहा कि नशा आज हमारे समाज में घर कर गया है।
पुरूषों की अपेक्षा आज महिलाएं ज्यादा नशा कर रहीं हैं। आधुनिक जीवनशैली बहुत तेजी से युवाओं को नशे की गिरफ्त में ले रही है। अध्यक्षता करतीं हुईं कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि सही तरीके से साँस लेना बहुत महत्वपूर्ण है। सदा मुस्कराते रहें, क्योंकि मुस्कुराने से समस्या सुलझती है और मुस्कुराना सबसे प्रभावकारी योग है। विशिष्ट वक्ता के रूप में आर्ट ऑफ लिविंग, बंगलुरु की वरिष्ठ योग प्रशिक्षिका निहारिका श्रीवास्तव ने कहा कि सब कुछ मन से जुड़ा है, हमको वर्तमान में रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सही समय पर खाना लेना, सही समय पर सोना, सांस लेना और मन की प्रसन्न स्थिति ये चार चीजें महत्वपूर्ण है, को हमें नशे से दूर रहने में बहुत ही कारगर है। धन्यवाद ज्ञापन डॉ मनोज कुमार पाण्डेय दिया। इस मौके पर प्रो. देवराज सिंह, डॉ. अवधेश मौर्य, डॉ. पुनीत सिंह, राजेंद्र प्रताप सिंह, विवेक, हिदायत फातिमा, आराधना, रिया, प्रिया, स्वेता, दिव्या, सोनाली, श्वेता, श्रुति, राजेंद्र, सत्यप्रकाश, हर्ष, रोहित, गरिमा, निहारिका इत्यादि बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद रहें।
0 टिप्पणियाँ