- जिले में मजलिस मातम का सिलसिला जारी
जौनपुर। मुहर्रम की पांचवी तारीख को जिले में मजलिस मातम व जुलूस के निकलने का सिलसिला जारी रहा। नौचंदी जुमेरात के कारण सुबह से लोग बाबूपुर स्थित शाह के पंजे इमामबाड़े में पहुंचकर वहां खिचड़ी बनाकर लोगों ने नज्र दिलाई और हजरत इमाम हुसैन अब्बास अलमदार व अन्य शहीदों की याद में नौहा व मातम कर कर्बला के शहीदों को पुरसा दिया। मुतवल्ली तहसीन शाहिद ने इमामबाड़े में अजादारों को कोई परेशानी न हो इसके लिए पूरी मुकम्मल इंतजाम किया गया था।
इस अवसर पर शौकत अली मुन्ना व अन्य लोग मौजूद रहे। वहीं नगर के चहारसू चौराहा स्थित तवक्कल हुसैन के इमामबाड़े से अलम का जुलूस निकला जो अपने कदीम रास्ते से होता हुआ कल्लू के इमामबाड़े पहुंचा यहां से पुन: मख्दूमशाह अढ़न होते हुए तवक्कल हुसैन के इमामबाड़े में जाकर समाप्त हुआ। इस मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। करंजाकला संवाददाता के अनुसार सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के मान्यवर कांशीराम कालोनी में कदीमी पांचवी मोहर्रम का जुलूस निकाला गया।
मजलिस के बाद हजरत अब्बास अलमदार व बीबी सकीना का ताबूत बरामद हुआ जो पूरी कालोनी में गश्त करने के बाद समाप्त हुआ। इससे पूर्व मजलिस मौलाना सैयद आसिफ रिजवी ने पढ़ा। उन्होंने कहा कि आज पांचवी मुहर्रम खत्म होने को है ऐसे में इमाम का गम मनाने के लिए हम लोग दिन रात नौहा मातम व मजलिस कर उनको पुरसा दे रहे हैं।
हजरत इमाम हुसैन ने अपनी शहादत पूरी मानतवा की रक्षा के लिए की थी। सोजखानी एहतेशाम अब्बास ने किया। अंजुमन हैदरिया हैदरपुर ने नौहाखानी व सीना जनी किया। इस मौके पर नसीम हैदर, अली अकबर, फैजी, रिज़वान, मोहम्मद येरान, बिलाल जानी, मोहम्मद हेलाल, उर्फ राजा, नेहाल अब्बास, आमिर अब्बास, शालू आदि लोग मौजूद रहे।
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