जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आजादी के अमृत महोत्सव, हर घर तिरंगा कार्यक्रम के अंतर्गत परिसर के मार्गों पर शहीदों के नाम पर लगे शिलापट्ट पर पहुंचकर विश्वविद्यालय परिवार ने उन्हें नमन किया। इस मौके पर कुलपति प्रो. निर्मला एस. मौर्य ने मुख्य द्वार के समीप शहीद मातादीन, बल्लू राम और बांके मार्ग की शिलापट्टिका पर पुष्प अर्पित करते हुये कहा कि जौनपुर एवं देश के अन्य स्थानों के शहीदों की याद में एक दशक पूर्व ही विश्वविद्यालय के मार्गों का नामकरण किया गया था। यह मार्ग विद्यार्थियों को पग-पग पर शहीदों के त्याग और बलिदान की याद दिलाते हैं। मार्गों का नामकरण शहीदों के नाम करने पर तत्कालीन कुलपति प्रो. सुन्दर लाल का उन्होंने आभार व्यक्त किया। वित्त अधिकारी संजय राय ने शहीदों के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि वीरांगना उदा देवी ने अपने पति मक्का पासी की मौत का बदला पीपल के पेड़ पर चढ़कर 36 अग्रेजों का खात्मा करके लिया था। उनके नाम पर विश्वविद्यालय में मार्ग होना हमें गौरवान्वित करता है। नोडल अधिकारी डा. मनोज मिश्र ने शहीदों के नाम पर बने मार्गों की पृष्ठभूमि की चर्चा करते हुए शहीदों के बारे में बताया। धन्यवाद ज्ञापन अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक बीएन सिंह, प्रो. मानस पांडेय, प्रो. वंदना राय, प्रो. एके श्रीवास्तव, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. रजनीश भास्कर, प्रो. मुराद अली, डा. राजकुमार, डा. प्रमोद यादव, एआर अजीत सिंह, बबिता सिंह, डा. राजीव, डा. दिग्विजय सिंह राठौर, डा. जान्हवी श्रीवास्तव, अन्नू त्यागी, डा. श्याम कन्हैया, डा. शशिकांत, डा. नितेश, डा. अवध बिहारी सिंह, डा. चन्दन सिंह, विनय वर्मा, डा. पीके कौशिक, श्याम श्रीवास्तव, पंकज सिंह समेत विभिन्न विभागों के विद्यार्थी, शिक्षक और कर्मचारी उपस्थित रहे।
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