जौनपुर। पूरी दुनिया में हृदयाघात की बीमारी से बेसमय होने वाली मौतों से खौफजदा है। क्या जवान, क्या बूढ़ा, हर उम्र के व्यक्तियों का दुश्मन बना हुआ है। हममें से हर 5वां शख्स हृदय रोग से पीड़ित है। हर होने वाली 100 मतों में 31 मौतें हृदय आघात होती हैं। असामयिक मौतों में 80 प्रतिशत मौतें हार्ट अटैक की बीमारी से होती है। लगभग 1 लाख प्रतिवर्ष मौतें हृदय रोगों से होती हैं।
वर्तमान में पूरी दुनिया में 6 करोड़ दिल के मरीज हैं। उक्त बातें जनपद के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. हरेन्द्रदेव सिंह ने पत्रकारों से वार्ता करते हुये कही। आज पूरी दुनिया में ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक से सबसे अधिक मौतें हो रही हैं।
यूरोप, अमेरिका जैसे पाश्चात्य देशों की माने जाने वाली यह बीमारी कब हिंदुस्तान में महामारी बन गई, पता ही नहीं चला। विकृति जीवनशैली, अनियंत्रित और असंतुलित आहार उच्च रक्तचाप व मधुमेह की बीमारी की अनदेखी और धूम्रपान व मद्यपान की आदत, निष्क्रियतापूर्ण जीवनशैली, गला काट व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा एवं वातावरण में प्रदूषण से ही यह बीमारी मौत की सौदागर बन चुकी है परंतु यह सारे कारण नियंत्रण करने योग्य है और तमाम कारकों को जीवन से निकालकर आप हृदय रोगों से दूर रह सकते हैं। मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप का जागरूकता के साथ नियंत्रण, कमर के घेरे को सीने के घेरे से ज्यादा न होने दें, मतलब मोटापे पर नियंत्रण, रक्त कोलेस्ट्रोल ट्राइग्लिसराइड एवं एलडीएल पर नियंत्रण, तंबाकू, सिगरेट, शराब या किसी तरह के नशे से दूरी।
उन्होंने आगे कहा कि तनाव कम करने के लिए अच्छे मित्र संगीत एवं मेडिटेशन का सहारा लें। नियमित हफ्ते में 5 दिन 30 मिनट की कसरत, जोगिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग, योगा, पैदल चलना या शरीर की सक्रिय बनाए रखें। सौ बीमारी का एक इलाज व्यायाम के रहस्य समझे आप तमाम ऊपरी उपायों में 60 से 70 प्रतिशत बीमारी से असमय होने वाली मौतों को रोक सकते हैं या बचा सकते हैं। आपके स्वस्थ हृदय रोगों का नियंत्रण आपके हाथ में है। आप सचेत रहें और संजीदा रहें, अन्यथा जीवन की डोर कब ढीली हो जाएगी, पता नहीं चलेगा। उम्र 30 साल के बाद आप हृदय रोगों की गिरफ्त में हैं।
आप सुंदर हैं, धावक हैं, कोई भी हैं, आप अपने को हृदय रोग से मुक्त तब समझें जब आपकी भौतिक एवं चिकित्सकीय जाँच यह सत्यापित करें कि आप हृदय रोगी नहीं हैं। डा. सिंह ने कहा कि जागरूकता एवं उचित चिकित्सकीय परामर्श ही आपको असामयिक मौत एवं आपके परिवार को छिन्न-भिन्न होने से बचा सकता है।
वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं संसार की बहुत सारी संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं। हमें भी जागरूक एवं हृदय रोगों से दूर रहने प्रति सजग रहकर प्लोगों को सजग करना चाहिए। इसी उपक्रम में 29 सितम्बर को एक रैली कृष्णा हार्ट केयर कर रहा है। सुबह 7 बजे अस्पताल से शहर के विभिन्न हिस्सों में यह यात्रा जाकर जागरूकताएँ बढ़ायेंगी।
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