जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में राजभवन के निर्देश पर परिसर में महिला अध्ययन केंद्र के अंतर्गत दो कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया है। नई शिक्षा नीति-2020 में महिलाओं की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ऐसे पाठ्यक्रमों पर फोकस किया गया है।
इसी के तहत विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस. मौर्य ने कहा कि किसी भी समाज की तस्वीर बदलने में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण होता है। आज के दौर में महिलाओं को अपनी शक्ति पहचानने की जरूरत है। एमए (दो वर्षीय) वूमन स्टडी पाठ्यक्रम और एक वर्षीय पीजी डिप्लोमा इन जेंडर एण्ड वूमेन स्टडीज पाठ्यक्रम ऐसा विषय है, जो आधी आबादी से जुड़ा है। एक समतामूलक समाज में समान अवसर और समान अधिकार प्रदान करने के लिये स्त्री और पुरुषों के बीच लिंग भेद और पितृसत्ता के प्रभाव को समाप्त करने के लिये महिला अध्ययन कोर्स के केंद्र चलाने का निर्णय लिया गया है।
यह पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 से शुरू होगा। इसी सत्र से बायो टेक्नोलॉजी में बीएससी (ऑनर्स), बीएससी विभिन्न कॉम्बिनेशन के साथ (जूलॉजी, बॉटनी, केमिस्ट्री, पर्यावरण विज्ञान में) पाठ्यक्रम भी शुरू हो रहे हैं। पूर्व से संचालित बीएससी (भौतिकी, रसायन, गणितय तथा भौतिकी, भूगर्भ विज्ञान, गणित) के प्रवेश की सभी तैयारी पूर्ण कर ली है।
इसी क्रम में बीकॉम (ऑनर्स), 5 वर्षीय एकीकृत प्रोग्राम बीए एलएलबी, बीए (ऑनर्स) तथा बीसीए और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में बायो टेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, एनवायरमेंटल साइंस, फिजिक्स, केमेस्ट्री, मैथमेटिक्स, अप्लाइड जियोलॉजी, मास कम्युनिकेशन, अप्लाइड साइकोलॉजी, एमबीए, प्रबंध अध्ययन विषयों में मास्टर प्रोग्राम यथा फाइनेंस एंड कंट्रोल, ई- कॉमर्स, एग्रीबिजनेस, एचआरडी, बिजनेस इकोनॉमिक्स, एम टेक (कंप्यूटर साइंस, पावर सिस्टम, कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, थर्मल इंजीनियरिंग, मैटेरियल साइंस एंड टेक्नोलॉजी) तथा कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में फार्मेसी में दो वर्षीय डिप्लोमा है। इनके प्रवेश प्रक्रिया संबंधी कार्य भी शुरू हो गया है।
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