जौनपुर। राष्ट्रीय कैडेट को एनसीसी से जुड़े कैडेट अब विश्वविद्यालयों में एनसीसी को वैकल्पिक विषय में रूप में चयन कर सकेंगे। इसके लिए एनसीसी को विश्वविद्यालय में जनरल इलेक्टिव कोर्स के रूप में शामिल किये जाने के प्रस्ताव को एनसीसी महानिदेशालय नई दिल्लीव विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने स्वीकृति दे दी है।
इस आशय की जानकारी देते हुये 5 उ.प्र.(स्वतंत्र) कम्पनी एनसीसी के कमान अधिकारी ले. कर्नल आरएस मोनी बताया कि विश्वद्यिालय अनुदान आयोग व अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने एनसीसी के इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है तथा कहा है कि इसे विश्विद्यालय में जल्द लागू भी किया जाए। ले. मोनी बताया कि एनसीसी को विश्वविद्यालयों में इलेक्टिव कोर्स के रूप में सम्मिलित किए जाने से छात्र-छात्राओं को बी व सी प्रमाण पत्र के अतिरिक्त इलेक्टिव विषय पढ़ने पर डिग्री के समय अलग से अतिरिक्त बोनस अंक का फायदा ले सकेंगे।
इस विषय के पाठ्यक्रम को 6 सेमेस्टर और 24 क्रेडिट प्वाइंट में विभाजित किया गया है जो नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है। इसी क्रम में टीडीपीजी कालेज के प्राचार्य डा. एसबी सिंह ने बताया कि इस विषय के विश्वविद्यालयों में होने से युवाओं के भविष्य के अवसर में भी बढ़ोत्तरी होगी। इस प्रस्ताव से सभी छात्र-छात्राओं में खुशी लागू का माहौल है।
कालेज के एएनओ मेजर एसएन सिंह ने बताया कि इसका पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार तैयार किया जाएगा जिसमें 6 सेमेस्टर को कवर करते हुए कैंडिडेट को 24 क्रेडिट प्वांइट दिये जाऐंगे। इस पाठ्यक्रम एक छात्र तीसरे व चौथे सेमेस्टर में और 10 क्रेडिट को कवर करते हुए 4 क्रेडिट अंक अर्जित कर सकता है। इसी तरह पांचवें और छठें सेमेस्टर में भी 10 क्रेडिट अंक होंगे। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 छात्रों को केवल संस्थानों की ओर से प्रस्तुत विषय के साथ अपने पसंद का विषय चयन करने की आजादी भी दी है।
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