जनपद के पश्चिमांचल में सुल्तानपुर- जौनपुर के अंतिम छोर पर कालनेमि की वधस्थली बिजेथुआ महावीरन के समीप, बाबा रामयज्ञ दास जी महाराज की पावन तपोस्थली समोधपुर में श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर स्थित है। गांधी स्मारक विद्यालय संकुल समोधपुर के संस्थापक, क्षेत्र के लिए शिक्षा के मालवीय, क्षेत्र के चतुर्दिक विकास के सूत्रधार ठाकुर प्रसाद सिंह के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना को बतौर प्रधानाचार्य डॉ. रणजीत सिंह ने साकार किया इसमें कोई संदेह नहीं है। स्वर्गीय संस्थापक 'सिंह' ने नागरिकता, सभ्यता, मानवता और विकासवादी विचारधारा का सूत्रपात विद्यालय स्थापित करके किया। संस्थापक की संकल्पना को साकार करने के लिए डॉ. सिंह ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। अप्रैल सन् 1989 में प्रधानाचार्य के रूप में उन्होंने विद्यालय का कार्यभार संभाला।
उनके सामने अनेकों चुनौतियां थीं जिनका उन्होंने साहसिक ढंग से सामना करते हुए अपने कर्तव्य का ईमानदारी, निष्ठा व समर्पण के साथ निर्वहन किया। प्रधानाचार्य के कार्यकाल में नकल विहीन परीक्षा, उत्तम परीक्षा परिणाम, प्रतियोगी परीक्षाओं में राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विद्यार्थियों का चयन होने से विद्यालय को विशिष्ट पहचान मिली। उन्होंने छात्र-छात्राओं को गुणवत्ता परक शिक्षा और नकल विहीन परीक्षा का सकारात्मक माहौल देकर बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया। इनके नेतृत्व, मार्गदर्शन और और दिशा निर्देश में विद्यालय की प्रतिभाएं देश-विदेश में नाम रोशन करते हुए विभिन्न प्रतिष्ठित पदों पर आसीन हैं। इन्होंने शिक्षा का इस प्रकार से स्वस्थ माहौल दिया जिससे न्याय, पत्रकारिता, विज्ञान, अंतरिक्ष, चिकित्सा, कृषि, रक्षा, मूर्तिकला, ज्योतिष, तकनीकी, पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों- संगीत, कला, खेलकूद, एथलेटिक्स आदि क्षेत्रों में गांव की मिट्टी की खुशबू प्रदेश, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल गई। इतना ही नहीं स्काउट गाइड के 700 बच्चों ने राज्यपाल पुरस्कार तथा दो स्कॉट ने राष्ट्रपति पुरस्कार जीतकर अपने नाम किया। राज्य स्तर के अलावा अंतरराष्ट्रीय जंबूरी में भी विद्यालय का दबदबा रहा। इनके ही समय में विद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर सुंदरीकरण करके विद्यालय को एक सुंदर एवं भव्य स्वरूप दिया। राष्ट्रीय स्तर पर बाल विज्ञान कांग्रेस में छात्र चयनित हुए। डॉ रणजीत सिंह ने श्री गणेश राय पीजी कॉलेज डोभी में प्रवक्ता तथा श्री गायत्री इंटर कॉलेज रूस्तमपुर रायबरेली में प्रधानाचार्य के पद पर सेवाएं दीं।
![]() |
लेखक- रामनरेश प्रजापति पत्रकार |
इसके पश्चात अप्रैल 1989 में श्री गांधी स्मारक इंटर कॉलेज समोधपुर में प्रधानाचार्य के रूप में पदभार ग्रहण किया और यहीं के होकर रह गए। शिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा प्रबंध तंत्र से सामंजस्य- संतुलन व समन्वय स्थापित करते हुए शिक्षा की एक बड़ी लकीर खींची। उनके कार्यकाल को यदि विद्यालय संकुल के लिए 'स्वर्ण- काल- कहा जाए तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। विद्यालय ने उनके प्रधानाचार्य रहते हुए हर क्षेत्र में प्रगति की, नाम कमाया, विशेष पहचान बनाई, इसमें लेश मात्र भी संदेह नहीं। शिक्षा के प्रति कर्तव्य का निर्वहन करने उत्कृष्ट शिक्षा, नकल विहीन व परीक्षा परिणाम और शिक्षा व्यवस्था में निष्पक्षता और पारदर्शिता लाने के कारण तत्कालीन राज्यपाल राम नाइक ने सन् 2015 में शिक्षक पुरस्कार से नवाजा। इंटर कॉलेज समोधपुर से 31 वर्ष 4 महीने तक सेवा करने के पश्चात वह 31 जुलाई सन् 2020 में सेवानिवृत हुए। उनके द्वारा खींची गई शिक्षा की लकीर भी अपने आप में मील का पत्थर साबित हो रही है। वह वर्तमान समय में उ.प्र.भारत स्काउट गाइड के जिला मुख्य आयुक्त व प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। स्वर्गीय ठाकुर प्रसाद सिंह द्वारा जलाई गई शिक्षा की मशाल को वर्तमान प्रबंधक हृदय प्रसाद सिंह रानू व प्रधानाचार्य डॉ अजेय प्रताप सिंह आगे बढ़ा रहे हैं।
लेखक- रामनरेश प्रजापति पत्रकार, गोल्ड मेडलिस्ट जनसंचार एवं पत्रकारिता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर उत्तर प्रदेश
0 टिप्पणियाँ