जौनपुर। एक रूपये का सिक्का भी अगर जमीन पर गिरता है तो इंसान एक बार जरूर उसे ढूढ़ता है। यह बात अलग है कि मिले तो ठीक अन्यथा कोई बात नहीं लेकिन अगर एक मोबाइल खो जाता है तो उसे पुन: प्राप्त करने के लिए इंसान हर संभव कोशिश करता है, क्योंकि उसमें न सिर्फ उसके जरूरी डाक्यूमेंट रहते हैं, बल्कि उसमें बैंक अकाउंट सहित कई पर्सनल एप भी होते हैं।
101 मोबाइल स्वामियों को जब उनका खोया मोबाइल मिला तो उनके चेहरे खिल उठे। इस खुशी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह संभव हुआ है साइबर क्राइम थाना जौनपुर की पूरी टीम के प्रयास से। टीम ने एक-एक करके सभी मोबाइलों का लोकेशन निकाला और एक के बाद एक करके सभी को बरामद किया। शुक्रवार को इन खोये मोबाइल को उनके स्वामियों को सौंप दिया गया।
गुमशुदा मोबाइलों के प्रार्थना पत्रों के आधार पर साइबर क्राइम थाना जौनपुर द्वारा विभिन्न थाना क्षेत्र से पीड़ितों के गुम 101 मोबाइलों को दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, झारखण्ड, बिहार व उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बरामद किया गया। बरामद मोबाइलों में मुख्यतः आईफोन, वन प्लस, वीवो, रेडमी, ओप्पो व सैमसंग कम्पनी की है जिनका बाजार मूल्य लगभग 25 लाख रुपये बतायी जा रही है। बरामद मोबाइल को क्षेत्राधिकारी नगर देवेश सिंह ने उनके स्वामियों को सौंपा।
बरामदगी करने वाली पुलिस टीम साइबर क्राइम थाना जौनपुर के प्रभारी निरीक्षक विनय प्रकाश सिंह, उपनिरीक्षक दिनेश कुमार, मुख्य आरक्षी अमरनाथ सिंह, मुख्य आरक्षी मुकेश कुमार, आरक्षी चन्दन यादव, आरक्षी संग्राम सिंह यादव, आरक्षी सत्यम गुप्ता, आरक्षी सुगम यादव, आरक्षी प्रफुल्ल यादव, आरक्षी परवेज, आरक्षी अजीत कन्नौजिया, महिला आरक्षी आकांक्षा सिंह व महिला आरक्षी अंजली सिंह शामिल रहे। इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा ने पूरी टीम को बधाई दी। साथ ही जनता से अपील किया कि साइबर अपराध के प्रति जागरुकता ही बचाव है। साइबर अपराध के शिकार होने के तत्काल 1930 पर आनलाइन शिकायत करें अथवा www.cybercrime.gov.in पर शिकायत पंजीकृत करें या अपने नजदीकी थाने की साइबर हेल्पडेस्क पर पहुँचकर लिखित शिकायत करें।
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