रामनरेश प्रजापति
शाहगंज। पटैला बाजार के निकट धिरौली नानकर गांव में सैकड़ो कोस के क्षेत्र के लोगों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बाबा बान दईत के मंदिर से वरिष्ठ दंत चिकित्सक एवं बाबा द्वारिका दास हरि महाविद्यालय सारी जहांगीर पट्टी के प्रबंधक डा. सूर्यभान यादव ने सैकड़ो कन्याओं के साथ भव्य कलश यात्रा निकाली। बालिकाएं सिर पर कलश रखे हुए भारी संख्या में कलश यात्रा में शामिल हुईं। सर्वप्रथम वैदिक मंत्रोच्चार एवं पूजा अर्चना के साथ भूमि पूजन किया गया। तत्पश्चात यज्ञ कलश शोभा यात्रा निकाली गई जिसमें सैकड़ो की संख्या में स्कूली छात्राओं और अन्य क्षेत्र की कन्याओं ने हिस्सा लिया।
वरुण देवता की पूजा एवं स्थापना की गई। कलश यात्रा मंदिर के निकट स्थित सेवई नदी के किनारे पहुंची जहां जलीय जीवों में ईश्वर की अनुभूति करते हुए उनकी पूजा की गई।अक्षत और अन्य खाद्य सामग्री जल में अर्पित की गई।कलश में जल भरकर यज्ञशाला ले जाया गया यज्ञशाला में वरुण देव को स्थापित किया गया।यज्ञ आचार्य वशिष्ठ नारायण चतुर्वेदी ने बताया कि यज्ञ की पूर्णता के लिए जल लाने का पौराणिक महत्व है। कलश यात्रा का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि कलश सुख-समृद्धि का प्रतीक है।जो लोग कलश यात्रा में चलते हैं सुख-समृद्धि उनका साथ कभी नहीं छोड़ती और परमात्मा की विशेष कृपा के पात्र हो जाते हैं।
डा. सूर्यभान यादव ने बताया कि बाबा बान दईत का मंदिर केवल क्षेत्र वासियों के लिए ही नहीं बल्कि सुदूर के कई जनपदों के लिए आस्था का केंद्र है।दूर-दूर से नव विवाहित युगल वर-वधु यहां सिंदूर चढ़ाने के लिए आते हैं। लोग अपनी मनोकामनाओं को लेकर भी यहां आते हैं जिनके अरमान पूरे होते हैं।उन्होंने कहा कि इस मंदिर की अपने आप में धार्मिक और भौगोलिक विशेषता है। जहां एक तरफ लोगों का विश्वास और भक्ति भावना प्रगाढ़ है वहीं दूसरी तरफ उत्तर-दक्षिण और पूरब- पश्चिम दिशा से इस मंदिर की दूरी 108 किलोमीटर है। मंदिर पर भंडारे का आयोजन किया गया है। जगह-जगह दुकानें सजी हुई हैं।
इस अवसर पर आचार्य अश्वमेध पांडेय, आचार्य धर्मेंद्र पांडेय, शिवकुमार त्रिपाठी, वैदिक, दिनेश पाठक, राकेश मिश्रा, प्राचार्य डॉ. कुंवर सिंह यादव, मनोज यादव, राम आशीष यादव, जंत्री यादव, बाबा राजनाथ सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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