जौनपुर: मूल्यांकन पद्धति में सुधार से सुधरेगी शिक्षा व्यवस्था: डॉ.रामबली



  • ओरियेन्टेशन कार्यक्रम के प्रथम दिन वक्ताओं ने दिये व्याख्यान
जौनपुर। प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी नेहरू बालोद्यान के सभी शिक्षकों के लिए ओरियेन्टेशन प्रोग्राम का आयोजन शुक्रवार को किया गया। त्रिदिवसीय ओरियेन्टेशन प्रोग्राम के प्रथम दिन कार्यक्रम के मूख्य अतिथि डॉ. राम बली यादव, हडिया पीजी कालेज, प्रयागराज, तथा पूर्व प्राचार्य एचएन मिश्रा, कालेज आफ एजूकेशन, कानपुर ने कहा कि यदि हमारी मूल्यांकन पद्धति सुधर जाय तो आधी शिक्षा व्यवस्था अपने आप सुधर जायेगी। इसका मुख्य सुत्रधार शिक्षक है। 

आज शिक्षक स्वयं अपने नैतिक मूल्यों, अपने कर्तव्य बोध से विमुख हो रहा है एक शिक्षक का मुख्य दायित्व छात्रों के कर्तव्य का बोध कराना है साथ ही साथ अपने कर्तव्य का बोध रखना अनिवार्य है। मुख्य वक्ता डॉ मनोज मिश्रा, विभागाध्यक्ष, जनसंचार विभाग, पूर्वांचल वि·ाविद्यालय ने कहा की शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण बनाने के लिए एक शिक्षक की सभी छात्रों के प्रति समदृष्टि रखना एक महत्व पूर्ण पक्ष है, साथ ही साथ सूक्ष्म दृष्टि रखना अति महत्वपूर्ण पक्ष है। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों का परिचय व स्वागत प्रबंधक डॉ. सीडी सिंह ने किया। 




अध्यक्ष डॉ. टीएन सिंह पूर्व आचार्य टीडी महाविद्यालय ने कहा शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा प्राप्त करके उसे व्यवहारिक जीवन में उपयोग करना होता है एक शिक्षक को ही समाज की समक्ष अपेक्षाओं को पूरा करना होता है क्योकि शिक्षक ही सामाजिक अभियन्ता है बच्चों को शिक्षा देने के साथ-साथ उनका सर्वांगीण विकास करना शिक्षक का मुख्य दायित्व होता है। संचालन अरविन्द सिंह ने किया। आभार व्यक्त करते हुए विद्यालय की संचालिका डॉ. चन्द्रकला सिंह ने कहा हमारा उद्देश्य ही है एक अबोध बालक को सुबोध नागरिक बनाना, इसके लिए हम कृतसंकल्प है। कार्यक्रम मेें प्रधानाचार्य संजय कुमार सिंह, नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेण्ड्री की प्रधानाचार्या श्रीमती प्रियंका सिंह के साथ-साथ तीनो शाखाओं के सभी अध्यापक, अध्यापिका उपस्थित रहे। 

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