जौनपुर: कुष्मांडा स्वरूप देवी मां के दर्शन के लिए लगी कतारे

🔹मंदिरों व पंडालों के आसपास सुरक्षा की है चाक चौबंद व्यवस्था
🔹मां के जयकारे से आसपास का इलाका हुआ भक्तिमय

जौनपुर। शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन दिन शीतला चौकिया धाम में माँ के कुष्मांडा स्वरूप के दर्शन को भक्तगड़ दिनभर डटे रहे। उधर भोर साढे चार बजे  मातारानी जी का दरबार खुलने के पश्चात माँ कि आरती पूजन किया गया। भक्तगण कतार लगाकार माँ के दर्शन के लिये आरती समाप्त होने का इंतजार करते रहे। आरती हो जानें के बाद जैसे ही मंदिर पुजारी शिव कुमार पंडा व जय नारायण पंडा ने मुख्य कपाट खोला। दर्शन पूजन के लिये भक्तो का हुजूम उमड़ पड़ा।आचार्यों ने बताया कि कुष्मांडा देवी को सौभाग्य कि देवी कहा जाता है। 

माँ के इस स्वरूप कि विधि पूर्वक पूजन करने से भक्तों के सभी कष्ट दुर होते है। सौभाग्य कि प्राप्ति होती है। चौकिया धाम में दिनभर घंट, घडि़याल की ध्वनि गुञ्जायमान होती रही। महिलाओ ने कड़ाहि कर माँ को हलवा, पूड़ी, नारियल, चुनरी का चढ़ावा चढ़ाया।

तत्पश्चात भक्तगण तालाब किनारे स्थित काल भैरव का दर्शन पूजन किये। मान्यता है की शक्तिपीठ का दर्शन करने के बाद काल भैरव का दर्शन करने से आराधना सम्पूर्ण मानी जाती है। दिनभर नौनिहालों का मुंडन तथा जनेऊ संस्कार होता रहा। मेला परिषद क्षेत्र भूले बिछड़े को मिलाने के लिए मन्दिर के मुख्य द्वार पर पुलिस कंट्रोल रूम खोया पाया केंद्र बनाया गया है जिससे भीड़ में भूले, बिछड़े हुए दर्शनार्थियो के परिजनों से मिलाने में काफी मदद मिल रही है। सुरक्षा के दृष्टि से पुलिस, पीएसी, बल तैनात रही।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ