जौनपुर: शिक्षक बन करना चाहती हूं देश की सेवा:अपूर्वा सिंह

कठिन परिश्रम करने वालों को देर सवेर जरूर मिलती है सफलता: प्रो.रमेश चंद्र सिंह

रामनरेश प्रजापति 
सुईथाकला, जौनपुर। गांधी स्मारक पीजी कॉलेज समोधपुर के प्राचार्य प्रोफेसर रमेश चंद्र सिंह की बेटी अपूर्वा सिंह ने यूजीसी नेट परीक्षा 2022  पास करके सफलता की एक अलग मिसाल कायम की है। कभी-कभी ऐसी प्रतिभाएं उभरकर सामने आती हैं जिससे वे जिस पद या सेवा को ग्रहण करती हैं वह पद  ही उनसे  सुशोभित होता है।जो यह सफलता हासिल करके पूरे क्षेत्र , समाज व प्रतियोगी परीक्षाओं  के लिए शीर्ष पर पहुंचने वाले प्रतियोगियों के लिए एक अद्भुत मिसाल साबित हो रही हैं।

उन्होंने बताया कि शिक्षक  बन कर  देश की सेवा करना चाहती हूं।नाना स्व.सूर्य प्रसाद सिंह मेरे लिए ऐसे मुख्य प्रेरणा स्रोत थे जिन्होंने हमारे अंदर ऐसी प्रतिभा को देखा और  एक दिन तुम ऊंचाई पर जरूर पहुंचोगी कह कर प्रोत्साहित करते थे। जीवन के हर कदम पर पापा ने हमेशा हौसला बढ़ाया है और उन्होंने कभी निराश नहीं होने दिया।अपने आप को ऊंचाई की बुलंदी पर स्थापित करने वाले व्यक्ति के मन में कभी भी अति आत्मविश्वास और स्वयं को ही बेहतर होने का भ्रम मन में नहीं होना चाहिए।

स्वयं से संघर्ष करना चाहिए।लड़खड़ाने का भय बिल्कुल नहीं रह जाता।पिता प्रो.रमेश चंद्र सिंह कहते हैं कि कठिन परिश्रम करने का देर- सवेर फल अवश्य मिलता है । उन्हें निराश न होकर सफलता के लिए सतत प्रयास करना चाहिए।

मम्मी अनीता सिंह ने खुशी जाहिर  की। कहा कि हमारा सपना था कि बेटी प्रोफेसर बने।गांधी स्मारक विद्यालय संकुल के प्रबंधक  हृदय प्रसाद सिंह रानू ने जीवन में ऊंचाई की तरफ अग्रसर होने के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अपने जीवन के बड़े सपने को साकार करने के लिए और कठिन परिश्रम करना चाहिए।

विद्यालय संकुल के सभी प्रधानाचार्य एवं शिक्षकों ने बधाई दी है।गौरतलब है कि प्रारंभिक शिक्षा- दीक्षा गृह जनपद आजमगढ़ से हुई है।प्रतिष्ठित चिल्ड्रन सीनियर सेकेंडरी स्कूल से हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में 90 फ़ीसदी से भी अधिक अंक हासिल करके अपना एक अलग कीर्तिमान स्थापित कर चुकी हैं।

बीएचयू से वनस्पति विज्ञान से बीएससी (ऑनर्स) एवं केंद्रीय विश्वविद्यालय दक्षिण बिहार ,गया (बिहार) से पर्यावरण विज्ञान विषय से एमएससी किया है । विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त करके पूरे देश में अपने माता-पिता,परिवार ,क्षेत्र ,विद्या लय परिवार ,जनपद एवं प्रदेश का राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन किया है।कक्षाओं में हमेशा अव्वल रहना इनकी सबसे बड़ी विशेषता रही है।

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