- गीता है मोक्ष दायिनी उपनिषद ग्रंथ: प्रो. कृष्णकांत
जलालपुर,जौनपुर। 86 वॉ कुटीर संस्थान स्थापना दिवस एवं श्री गीता जयंती समारोह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित अभयजीत दुबे स्मृति सभागार में रविवार को धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व अध्यक्ष वैदिक दर्शन विभाग एवं पूर्व संकायाध्यक्ष संस्कृत विद्या व धर्मविज्ञान संकाय काशी हिंदू वि·ाविद्यालय वाराणसी प्रो. कृष्ण कांत शर्मा ने श्रीमद्भगवत गीता को रेखांकित करते हुए बताया कि गीता मोक्ष दायिनी उपनिषद ग्रंथ है। अज्ञानता को दूर करती है। कोई भी कार्य व्यक्ति को कर्मठता से करना चाहिए तभी सिद्धि प्राप्त होती है।
भगवान उपदेश ही नहीं देते हैं उसका पालन भी करते है। गीता में भगवान ने अर्जुन को मोह ग्रस्त अर्जुन को कर्म करने की प्रेरणा दी श्रीमदभगवत गीता को गीता क्यों कहा जाता है इसकी उन्होंने विस्तार से व्याख्या करते हुए कहा भगवत गीता का स्मरण करें तभी विकास की ओर अग्रसर होंगे। मुख्य वक्ता वेद विभाग संस्कृत विद्या एवं धर्म विज्ञान संकाय काशी हिंदू वि·ा विद्यालय वाराणसी पतंजलि मिश्र ने श्रीमद भगवत गीता की व्याख्या विस्तार से करते हुए कहा कि यह मृत्यु लोक है यहां आनंद प्राप्ति की इच्छा नहीं करनी चाहिए यहां मृत्यु ही मिलती है।
गीता ज्ञान का भंडार है इसलिए इस संस्थान की स्थापना का दिन गीता जयंती के दिन को ही चुना गया है। आभार ज्ञापन व अतिथियों को अंगवस्त्र,स्मृति चिन्ह देकर कुटीर संस्थान के व्यवस्थापक प्रबंधक अजयेंद्र कुमार दुबे ने सम्मानित किया। स्वागत प्राचार्य मेजर रमेश मणि त्रिपाठी ने किया। इससे पूर्व सरस्वती वंदना व कुलगीत विद्यालय की छात्राओं ने प्रस्तुत किया। अवकाश प्राप्त कर चुके शिक्षक कर्मचारी पंडित श्री भूषण मिश्र, पूर्व डाक अधीक्षक प्रभाकर त्रिपाठी व मालिक राजभर को अंगवस्त्र व गीता पुस्तक स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
विद्यालय के उत्कृष्ठ छात्र छात्राओं को भी प्रशस्तिपत्र,मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर महाविद्यालय इंटर कॉलेज एवं बालिका विद्यालय की छात्र छात्राओं ने मिलकर गीता पाठ का वाचन एवं उनके द्वारा बनाई गई अल्पना आकर्षण का केंद्र रहा। इस अवसर पर एबीएसए अमित दुबे डीएचओ संदीप गुप्ता, कुंवर भारत सिंह,प्रमोद मिस हरीश प्रसाद शुक्ला चंद्र देव मिश्र शंभू नाथ मिश्र सहित क्षेत्रीय जन अभिभावक व सभी इकाइयों के शिक्षक एवं कर्मचारी एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन छवी गुप्ता ने किया।
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